SMOOTHIES VS JUICES Secrets ; WHICH IS HEALTHIER..?

हममें से कई लोग फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहते हैं, इसलिए स्मूदी और जूस उनके पसंदीदा बन गए हैं। लेकिन यहां लाखों डॉलर का सवाल है: सबसे स्वास्थ्यप्रद विकल्प कौन सा है? आइए आपकी भलाई के लिए सर्वोत्तम निर्णय लेने में मदद करने के लिए तथ्यों को उजागर करें

SMOOTHIES VS JUICES ; कौन है ज्यादा हेल्दी ..?

आजकल सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ ही लोगों के बीच स्मूदी और जूस का चलन भी बढ़ा है। बहुत से लोग सुबह की शुरुआत एक ग्लास ताजे जूस से करते हैं, जबकि कुछ लोग स्मूदी को अपना नाश्ता बना चुके हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर इन दोनों में से कौन सा विकल्प सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है? आइए, इस ब्लॉग में हम स्मूदी और जूस के बीच के अंतर को समझें और जानें कि कौन सा विकल्प आपकी सेहत के लिए बेहतर हो सकता है।

स्मूदी क्या है ?

स्मूदी एक ऐसा पेय पदार्थ है जिसमें फल, सब्जियां, नट्स, बीज और दही या दूध को मिलाकर तैयार किया जाता है। इसमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स का भरपूर मात्रा में होता है, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। स्मूदी को आप अपनी पसंद और आवश्यकता के अनुसार तैयार कर सकते हैं, जैसे अगर आप वजन घटाने की सोच रहे हैं तो इसमें हरी पत्तेदार सब्जियां और प्रोटीन पाउडर मिला सकते हैं।

जूस क्या है ?

जूस ताजे फलों और सब्जियों का रस होता है, जिसमें से फाइबर को हटा दिया जाता है। इसमें विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स की उच्च मात्रा होती है, लेकिन फाइबर की कमी होती है। जूस तेजी से शरीर में अवशोषित हो जाता है और तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। यह उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है जिन्हें तुरंत ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जैसे कि एथलीट्स या जिनका मेटाबॉलिज्म बहुत तेज होता है।

स्मूदी के फायदे

  1. फाइबर की उच्च मात्रा: स्मूदी में फाइबर की उच्च मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज जैसी समस्याओं से बचाता है।
  2. पोषक तत्वों का संतुलन: स्मूदी में फलों के साथ-साथ सब्जियां, नट्स और दही का भी उपयोग किया जाता है, जिससे यह पोषक तत्वों का संतुलित स्रोत बन जाता है।
  3. वजन घटाने में सहायक: स्मूदी आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराती है, जिससे आप अनावश्यक खाने से बच सकते हैं। यह वजन घटाने में मददगार हो सकता है।
  4. प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा: अगर आप स्मूदी में दही, दूध, या प्रोटीन पाउडर मिलाते हैं, तो यह प्रोटीन की भी अच्छी मात्रा प्रदान करता है, जो मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक होता है।

जूस के फायदे

  1. त्वरित ऊर्जा: जूस तेजी से अवशोषित हो जाता है और तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। यह उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है जिन्हें जल्दी ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
  2. विटामिन्स और मिनरल्स का उच्च स्तर: जूस में विटामिन्स और मिनरल्स की उच्च मात्रा होती है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाती है।
  3. वजन बढ़ाने में सहायक: अगर आप वजन बढ़ाने की सोच रहे हैं, तो जूस एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है।

SMOOTHIES VS JUICES ; क्या कहती है रिसर्च….. ?

हालांकि दोनों ही पेय पदार्थ अपने-अपने तरीके से फायदेमंद हैं, लेकिन रिसर्च यह बताती है कि स्मूदी में जूस की तुलना में ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। स्मूदी में फाइबर की उच्च मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद होती है। वहीं, जूस में से फाइबर को निकाल दिया जाता है, जिससे उसमें पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।

स्मूदी के सेवन से ब्लड शुगर का स्तर भी नियंत्रित रहता है, क्योंकि इसमें फाइबर के साथ-साथ प्रोटीन भी होता है। जूस, विशेषकर फल जूस, ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से बढ़ा सकता है, क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा ज्यादा होती है और फाइबर की कमी होती है।

कौन सा विकल्प है बेहतर ; SMOOTHIES VS JUICES

यह पूरी तरह से आपकी आवश्यकताओं और जीवनशैली पर निर्भर करता है। अगर आप वजन घटाने की सोच रहे हैं या पाचन तंत्र को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो स्मूदी आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकती है। वहीं, अगर आपको तुरंत ऊर्जा की आवश्यकता है या आप वजन बढ़ाने की सोच रहे हैं, तो जूस आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है।

स्मूदी और जूस तैयार करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  1. प्राकृतिक सामग्री का उपयोग करें: चाहे आप स्मूदी बना रहे हों या जूस, हमेशा ताजे और प्राकृतिक फलों व सब्जियों का उपयोग करें।
  2. शुगर का सेवन सीमित करें: जूस में प्राकृतिक शुगर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए अतिरिक्त शुगर से बचें। स्मूदी में भी शुगर का उपयोग सीमित मात्रा में करें।
  3. स्मूदी में प्रोटीन जोड़ें: स्मूदी को ज्यादा पौष्टिक बनाने के लिए उसमें प्रोटीन का स्रोत जोड़ें, जैसे दही, दूध, या प्रोटीन पाउडर।
  4. समय पर सेवन करें: स्मूदी और जूस को तैयार करने के बाद तुरंत सेवन करें ताकि पोषक तत्व नष्ट न हों।

The Nutritional Breakdown , SMOOTHIES VS JUICES

स्मूदी और जूस दोनों ही आपके फलों और सब्जियों के सेवन को बढ़ाने का एक आसान तरीका प्रदान करते हैं। लेकिन जब उनके पोषण प्रोफाइल की बात आती है, तो विचार करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं:

कार्बोहाइड्रेट और चीनी ; SMOOTHIES VS JUICES

जबकि सब्जियां न्यूनतम कार्बोहाइड्रेट के साथ पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, फल, हालांकि पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, उनमें चीनी की मात्रा भी अधिक होती है।

फाइबर सामग्री ; SMOOTHIES VS JUICES

जूस पीने से फलों से उनकी त्वचा और मांस निकल जाता है, जिसका मतलब है कि आप कुछ आवश्यक विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट और, सबसे महत्वपूर्ण, फाइबर से चूक जाते हैं। इसे परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए, एक कप संतरे के रस में 21 ग्राम चीनी और मात्र 0.5 ग्राम फाइबर होता है। इसके विपरीत, एक छिलके वाले संतरे में 12 ग्राम चीनी और 3 ग्राम फाइबर होता है।

चीनी की सघनता

क्या आपने कभी देखा है कि एक कप जूस बनाने में कितने फल लगते हैं ? यह संकेंद्रित चीनी सामग्री नियमित सोडा के बराबर या उससे भी अधिक हो सकती है। फाइबर के संतुलित प्रभाव के बिना, जूस blood sugar levels  के स्तर को बढ़ा सकता है और कैंसर के विकास से जुड़े हार्मोन इंसुलिन और आईजीएफ-1 को बढ़ा सकता है।

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Why Smoothies Are Winner

दूसरी ओर, स्मूदी पोषण संबंधी पावरहाउस हैं

संपूर्ण Food

वे सभी महत्वपूर्ण फाइबर सहित फलों और सब्जियों के सभी लाभकारी पोषक तत्वों को बरकरार रखते हैं।

स्मूदी प्रोटीन और स्वस्थ वसा जोड़ने के लिए एक कैनवास प्रदान करती है। नारियल के दूध, बीज, दही और अखरोट के मक्खन के बारे में सोचें। ये संयोजन न केवल आपके पेय को अधिक तृप्तिदायक बनाते हैं बल्कि विटामिन और खनिजों को अवशोषित करने में भी सहायता करते हैं।

Blood Sugar संतुलन: साबुत फलों से प्राप्त प्राकृतिक फाइबर के कारण, स्मूदी एक संतुलित Blood Sugar प्रतिक्रिया सुनिश्चित करती है, जिससे वे एक स्वस्थ विकल्प बन जाते हैं।

निष्कर्ष ; SMOOTHIES VS JUICES

स्मूदी और जूस दोनों ही स्वस्थ पेय पदार्थ हैं और दोनों के अपने-अपने फायदे हैं। अगर आप अपने आहार में फाइबर, प्रोटीन, और अन्य पोषक तत्वों का संतुलन चाहते हैं, तो स्मूदी आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकती है। वहीं, अगर आप तुरंत ऊर्जा की आवश्यकता महसूस करते हैं या वजन बढ़ाने की सोच रहे हैं, तो जूस आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

आखिरकार, यह आपके व्यक्तिगत स्वास्थ्य लक्ष्यों और आवश्यकताओं पर निर्भर करता है कि आप किसे चुनते हैं। अपने आहार में संतुलन बनाए रखना हमेशा महत्वपूर्ण होता है, चाहे आप स्मूदी का चुनाव करें या जूस का।

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Our Recommendation

जबकि जूस का अपना स्थान है, हम साबुत फलों और सब्जियों से बनी स्मूदी की वकालत करते हैं। अपने दिन की पोषक तत्वों से भरपूर शुरुआत या फिर पौष्टिक नाश्ते के लिए, बादाम मक्खन, अलसी के बीज, केल और अपने पसंदीदा फलों को मिलाएं। रचनात्मक होने से डरो मत! बची हुई सब्जियाँ (जैसे पके हुए शकरकंद) या पुदीना, हल्दी और अदरक जैसी ताज़ी जड़ी-बूटियाँ मिलाएँ और अपनी स्मूथीज़ बनाएं


FAQ

1. स्मूदी और जूस में क्या अंतर है?
स्मूदी में फल, सब्जियां, नट्स, और दही/दूध मिलाकर एक गाढ़ा पेय तैयार किया जाता है, जिसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं। जूस केवल फलों या सब्जियों के रस से तैयार किया जाता है, जिसमें से फाइबर को हटा दिया जाता है।

2. क्या स्मूदी वजन घटाने में मदद कर सकती है?
हाँ, स्मूदी में फाइबर और प्रोटीन की उच्च मात्रा होती है, जो आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराती है और अनावश्यक खाने से बचाती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।

3. क्या जूस पीने से वजन बढ़ सकता है?
हाँ, जूस में प्राकृतिक शुगर और कैलोरी की अधिक मात्रा हो सकती है, जिससे वजन बढ़ सकता है, खासकर यदि इसे बड़े मात्रा में और नियमित रूप से सेवन किया जाए।

4. क्या जूस पीना सेहत के लिए अच्छा है?
जूस में विटामिन्स, मिनरल्स, और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर के लिए लाभकारी होते हैं। लेकिन, इसमें फाइबर की कमी होती है और शुगर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसे संतुलित मात्रा में सेवन करना चाहिए।

5. क्या स्मूदी को मुख्य भोजन के रूप में लिया जा सकता है?
स्मूदी को प्रोटीन, फाइबर, और अन्य पोषक तत्वों के साथ तैयार किया जा सकता है, जिससे यह एक संतुलित भोजन का विकल्प बन सकता है। लेकिन इसे मुख्य भोजन के रूप में लेने से पहले इसमें पर्याप्त पोषण सुनिश्चित करना जरूरी है।

6. स्मूदी में किन सामग्रियों का उपयोग करना चाहिए?
स्मूदी में ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, बीज, दही, दूध, या प्रोटीन पाउडर का उपयोग किया जा सकता है। आप इसे अपनी आवश्यकताओं और स्वाद के अनुसार तैयार कर सकते हैं।

7. क्या जूस में चीनी मिलाना सुरक्षित है?
जूस में पहले से ही प्राकृतिक शुगर होती है, इसलिए अतिरिक्त चीनी मिलाने से बचना चाहिए। यह ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से बढ़ा सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

8. क्या स्मूदी और जूस को एक साथ पीना ठीक है?
स्मूदी और जूस दोनों ही अपने-अपने तरीके से फायदेमंद होते हैं, लेकिन इन्हें एक साथ पीने से आपको अधिक कैलोरी और शुगर का सेवन हो सकता है। इसलिए, इन्हें अलग-अलग समय पर और संतुलित मात्रा में पीना बेहतर होता है।

9. क्या स्मूदी और जूस बच्चों के लिए अच्छे हैं?
बच्चों के लिए स्मूदी एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि इसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं। जूस भी फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसे सीमित मात्रा में और बिना अतिरिक्त चीनी के दिया जाना चाहिए।

10. क्या स्मूदी और जूस में पानी मिलाना चाहिए?
स्मूदी को गाढ़ा बनाने के लिए पानी की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन इसे पतला करने के लिए थोड़ा पानी मिलाया जा सकता है। जूस में पानी मिलाने से उसकी शुगर की मात्रा कम हो सकती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहतर हो सकता है।


Disclaimer:
The information provided in this health-related blog is for educational purposes only. It should not be considered as a substitute for professional medical advice. The content is based on general knowledge and research but may not be applicable to individual circumstances. Before initiating any new exercise routine, dietary plan, or making significant health-related decisions, it is advisable to consult with a qualified healthcare professional. The blog does not endorse or support any specific diagnosis, treatment, product, or procedure. Every individual’s health condition is unique, and personalized advice from a healthcare provider is crucial for making informed health choices.

इस स्वास्थ्य संबंधी ब्लॉग में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। सामग्री सामान्य ज्ञान और शोध पर आधारित है लेकिन व्यक्तिगत परिस्थितियों पर लागू नहीं हो सकती है। कोई भी नई व्यायाम दिनचर्या, आहार योजना शुरू करने या स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले, एक योग्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। ब्लॉग किसी विशिष्ट निदान, उपचार, उत्पाद या प्रक्रिया का समर्थन या समर्थन नहीं करता है। प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति अद्वितीय होती है, और स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से व्यक्तिगत सलाह सूचित स्वास्थ्य विकल्प चुनने के लिए महत्वपूर्ण है।

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